शिक्षा हर आदिवासी
के सपने के लिए

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग, मंडला, डिंडोरी और
बालाघाट के छात्रों को अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाना।

संस्कृति में निहित,
ज्ञान के साथ बढ़ते हुए

आत्मविश्वासी और सक्षम भावी नेताओं के निर्माण के लिए
आधुनिक शिक्षा के साथ जनजातीय विरासत का सम्मिश्रण करना।

निःशुल्क मार्गदर्शन,
असीमित अवसर

एमपीपीएससी से लेकर एसएससी तक, हम आदिवासी युवाओं को
परीक्षाओं और जीवन में सफल होने के लिए तैयार करते हैं।

जनजातीय भविष्य को आकार देना

माहिष्मती शिक्षा समिति प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान करती है, जिससे मंडला, डिंडोरी और बालाघाट के आदिवासी छात्रों को सरकारी सेवाओं और अन्य क्षेत्रों में अवसर प्राप्त करने में मदद मिलती है।

संस्कृति में निहित, ज्ञान के साथ आगे बढ़ते हुए

हम जनजातीय विरासत, प्रकृति मूल्यों और आधुनिक शिक्षा का मिश्रण करके ऐसा शिक्षण वातावरण तैयार करते हैं जो प्रत्येक छात्र में आत्मविश्वास, पहचान और गौरव का निर्माण करता है।

विशेषज्ञों द्वारा निर्देशित, जुनून से प्रेरित

हमारे समर्पित मार्गदर्शक और विषय विशेषज्ञ छात्रों को एमपीपीएससी, एसएससी, पुलिस और ईएसबी परीक्षाओं के लिए तैयार करते हैं, तथा बिना किसी शुल्क के उच्च गुणवत्ता वाला मार्गदर्शन सुनिश्चित करते हैं।

महिष्मती शिक्षा समिति में आपका स्वागत है

शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाना

माहिष्मती शिक्षा समिति एक गैर-सरकारी संगठन है जो आदिवासी समुदायों को मज़बूत बनाने के लिए समर्पित है, जिसका विशेष ध्यान शिक्षा और सशक्तिकरण पर है। मध्य प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों - मंडला, डिंडोरी और बालाघाट - में स्थित, हम उन छात्रों को निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग प्रदान करते हैं जो एक उज्जवल भविष्य का सपना देखते हैं।

हमारा मिशन सरल किन्तु शक्तिशाली है: शिक्षा को आदिवासी युवाओं के लिए समानता, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के साधन में बदलना।

  • हमारा मिशन

    जनजातीय छात्रों को सुलभ, निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना, उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्टता प्राप्त करने और अपने समुदायों में परिवर्तन के नेता बनने के लिए तैयार करना।

  • हमारा नज़रिया

    एक ऐसा समाज जहां जनजातीय युवा शिक्षा के साथ आगे बढ़ते हैं, संस्कृति में निहित होते हैं, और अवसरों से सशक्त होते हैं, तथा व्यक्तिगत और सामुदायिक विकास दोनों में योगदान देते हैं।

हमारा दर्शन

“माहिष्मति” नाम ही आदिवासी संस्कृति की आत्मा को प्रतिबिंबित करता है - शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, प्रकृति पूजा और सांस्कृतिक पहचान का उत्सव है।

  • 🌱

    प्रकृति के प्रति सम्मान

    शिक्षा जो स्थिरता की जड़ों से विकसित होती है।

  • 👩‍🦱

    महिला नेतृत्व

    मातृसत्तात्मक मूल्यों की गरिमा और शक्ति का सम्मान करना।

  • 🌊

    नदियों से प्रेरणा

    पवित्र नर्मदा से जीवन, लचीलापन और ज्ञान प्राप्त करना।

  • 📖

    ज्ञान का मार्ग

    प्रगति का निर्माण केवल डिग्री के माध्यम से नहीं, बल्कि जागरूकता, आत्मविश्वास और आत्म-पहचान के माध्यम से होता है।

हमारा दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षा जनजातीय विरासत से अलग न हो, बल्कि उसे मजबूत बनाए।

हम सब मिलकर एक ऐसा भविष्य बना सकते हैं, जहां कोई भी आदिवासी बच्चा पीछे न छूटे।

शिक्षा केवल डिग्री के बारे में नहीं है, यह सम्मान, संस्कृति और चेतना के बारे में है।

हमारे फोकस क्षेत्र

हम आदिवासी छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क तैयारी कराते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • एमपीपीएससी
  • एमपीएसआई/एमपी पुलिस कांस्टेबल
  • एमपीईएसबी परीक्षा
  • एसएससी सीजीएल
  • एसएससी एचएससीएल
  • एसएससी मल्टी-टास्किंग

व्यवस्थित मार्गदर्शन, समर्पित मार्गदर्शन और सांस्कृतिक रूप से निहित शिक्षा के माध्यम से, हमारा लक्ष्य सपनों को उपलब्धियों में बदलना है।